निर्माण में लगे और जो बनाया है उसकी रक्षा करो। घमण्ड मत करो, बुरे मत बनो और न बड़प्पन के लिए ललचाओ। कर्तव्य के पालन का आनन्द लूटो और विघ्नों से बिना डरे जूझते रहो। यही है धर्म का सार तत्त्व
-लाओत्से