विशद गायत्री महायज्ञ का संरक्षण प्रतिज्ञा पत्र विशद गायत्री महायज्ञ का संरक्षण प्रतिज्ञा पत्र

March 1955

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गायत्री तपोभूमि मथुरा में आयोजित विशद् गायत्री महायज्ञ का महत्व मैंने भली प्रकार समझ लिया है। इतने बड़े भूतपूर्व आयोजन का परिणाम असाधारण ही होगा यह निश्चित है। देवत्व के विकास एवं असुरत्व के विनाश का कार्य ऐसे यज्ञों द्वारा बहुत बड़े परिमाण में होता है। इसलिए उन्हें नष्ट और असफल करने के लिए असुरता जो कुछ प्रहार और आक्रमण कर सकती है सो अवश्य करती है। शास्त्रों में असुरता से यज्ञ की रक्षा के लिए संरक्षण व्यवस्था को आवश्यक माना है। इस आवश्यकता की पूर्ति के लिए धर्म प्रेमियों की जो रक्षा−सेना बनाई गई है, मैं उसमें सम्मिलित होना स्वीकार करता हूँ।

मैं प्रतिज्ञा करता हूँ कि चैत्र सुदी 9 सं. 2013 तक यह विशद् गायत्री महायज्ञ चलेगा तब तक मैं प्रतिदिन एक माला गायत्री मंत्र की जपता रहूँगा। किसी दिन छूट हुई तो उसकी पूर्ति आगे चलकर कर लिया करूंगा। महायज्ञ की खोज खबर लेता रहूँगा। यज्ञ रक्षा व्यवस्था अभी बहुत दुर्बल है इसलिए नये संरक्षक बनाने का भी शक्ति भर प्रयत्न करूंगा।

तिथि.......................हस्ताक्षर.......................

पूरा नाम....................................................

पूरा पता....................................................

...............................................................

आयु................... वर्ण..................................

गायत्री तपोभूमि मथुरा में आयोजित विशद् गायत्री महायज्ञ का महत्व मैंने भली प्रकार समझ लिया है। इतने बड़े अभूतपूर्व आयोजन का परिणाम असाधारण ही होगा यह निश्चित है। देवत्व के विकास एवं असुरत्व के विनाश का कार्य ऐसे यज्ञों द्वारा बहुत बड़े परिमाण में होता है। इसलिए उन्हें नष्ट और असफल करने के लिए असुरता जो कुछ प्रहार और आक्रमण कर सकती है सो अवश्य करती है शास्त्रों में असुरता से यज्ञ की रक्षा के लिए संरक्षण व्यवस्था को आवश्यक माना है। इस आवश्यकता की पूर्ति के लिए धर्म प्रेमियों की जो रक्षा−सेना बनाई गई है, मैं उसमें सम्मिलित होना स्वीकार करता हूँ।

मैं प्रतिज्ञा करता हूँ कि चैत्र सुदी 9 सं. 2013 तक यह विशद् गायत्री महायज्ञ चलेगा तब तक मैं प्रतिदिन एक माला गायत्री मंत्र की जपता रहूँगा। किसी दिन छूट हुई तो उसकी पूर्ति आगे चलकर कर लिया करूंगा। महायज्ञ की खोज खबर लेता रहूँगा। यह रक्षा व्यवस्था अभी बहुत दुर्बल है इसलिए नये संरक्षक बनाने का भी शक्ति भर प्रयत्न करूंगा।

तिथि.......................हस्ताक्षर.......................

पूरा नाम....................................................

पूरा पता....................................................

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आयु................... वर्ण..................................


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