द्वार सफलता आती है
द्वार सफलता आती है, जब संकल्प किये हो।
बाधा स्वयं टल जाती है, जब संकल्प किये हो॥
प्राणों में प्रण उछल रहा हो।
संकल्पित मन मचल रहा हो॥
चरणों में गति आ जाती है, जब संकल्प किये हों॥
रहे सामने लक्ष्य हमारा।
लगे मनोबल मन का सारा॥
हिम्मत मंजिल पाती है, जब संकल्प किये हों॥
बाधाएँ तो कसने आतीं।
वे तो जीवट को अजमाती॥
वे उत्साह बढ़ाती हैं, जब संकल्प किये हों॥
शिव संकल्पों को जब साधा।
समझो पार हुआ पथ आधा॥
मंजिल स्वयं आ जाती है, शिव संकल्प किये हों॥
सद्वृत्तियाँ फैलाना है।
मानव में सद्गुण लाना है॥
शक्ति नई बढ़ जाती है, जब संकल्प किये हों॥