Quotation

October 1980

Read Scan Version
<<   |   <   | |   >   |   >>

“मैं भूखा था, तुने खाना दिया। मैं प्यासा था तुने पानी दिया मैं निराश्रित था, तुमने स्िन दिया। मै नगाँ था, तुने कपड़े पहनाये। मे। बीमार था तुमने सेवा की। मैं संकटों में जकड़ा पड़ा था तुमने मुझे सहायता पहुँचाई-चलो मेरे र्स्वग में।”

धर्मात्माओं ने पूछा-’हमने कब आपको भोजन, पानी आश्रय,वस्त्र आदि दिये और कब सेवा, सहायता की?’

ईशु ने उत्तर दिया- मैं तमसे सच कहता हूँ-जो कुछ दीन-दुःखियों के लिए किया गया है वह मेरे ही लिए है।- बाइबिल


<<   |   <   | |   >   |   >>

Write Your Comments Here:


Page Titles