यदि कोई मनुष्य तुम्हें जल पिलावे और उसके बदले में तुम भी उसे जल पिलाओ, तो तुम्हारा यह काम कुछ भी नहीं है। शोभा इसी में है कि अपकार करने वाले के साथ भी तुम उपकार करो।