माता की प्रेरणा का अनेक आत्माओं में प्रकाश

September 1951

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गत मास गायत्री प्रचार के महत्व के सम्बन्ध में प्रकाश डालते हुए गायत्री प्रेमियों से एक संगठन सूत्र में आबद्ध होने एवं गायत्री पुस्तकालय स्थापित करने के सम्बन्ध में अनुरोध यिका गया था। हर्ष की बात है कि अध्यात्म मार्ग में प्रेम रखने वाले महानुभावों ने इस ओर समुचित ध्यान दिया। इसे ईश्वरीय प्रेरणा ही समझना चाहिए कि ऐसी साधारण प्रार्थना का विज्ञ महानुभावों पर समुचित प्रभाव हुआ।

यह भोग और स्वार्थ का युग हे। मनुष्यों को लोभ, तृष्णा, स्वार्थ, वासना एवं बहुमुखी आवश्यकताएं जुटाने से फुरसत नहीं मिलती। धनी हो या निर्धन, विद्वान हो या मूर्ख, आत्म कल्याण की ओर किसी की रुचि नहीं होती। लोग भौतिक समस्याओं में इस कदर उलझे होते हैं कि आत्म कल्याण की ओर बढ़ना तो दूर उस सम्बन्ध की बात सुनना तक भारी मालूम पड़ता है। ऐसे भोगवादी विकट वातावरण में, संयम, तप, साधना, परमार्थ आत्म निमार्ण की ओर किन्हीं विरलों का ही ध्यान जाता है। इसलिए आमतौर से धर्म प्रचारक अपने प्रयत्न के परिणामों के सम्बन्ध में प्रायः निराश ही रहते हैं।

भगवती जिनकी आत्मा में प्रकाश देती हैं उन्हें कल्याण की ओर चलने के लिए भीतर से उत्साह पैदा होता है और उस उत्साह से प्रभावित होकर जब कोई व्यक्ति आत्म लाभ की ओर अग्रसर होता है तो उसे तत्व ज्ञान और अमृता स्वादन होने लगता है फिर उसका पैर पीछे नहीं हटता और लक्ष को प्राप्त कर ही लेता है। कठिनाई केवल प्रारम्भिक श्रद्धा, विश्वास और उत्साह की है। यह बाधा बिना प्रभु की कृपा के नहीं हटती। हम प्रत्यक्ष दे रहे हैं कि इस बुरे वातावरण में भी अनेकों को सतयुगी प्रकाश प्राप्त हो रहा है और वे कल्याण पथ पर बड़े उत्साह के साथ बढ़ रहे हैं। यदि यह प्रगति इसी प्रकार जारी रही तो वह दिन दूर नहीं जब भारत सन्तान अपने खोये हुए आत्म बल को प्राप्त करके आत्मिक दृष्टि से जगद्गुरु और लौकिक दृष्टि से “भू सुर” कहलाने की अधिकारिणी बनेगी।

प्रभु जिस पर प्रसन्न होते हैं उसे तप करने की प्रेरणा देते हैं। हम देखते हैं कि वैसी कृपा अनेक आत्माओं को प्राप्त हो रही है। तप एक प्रत्यक्ष बल है जिसके बदले में सब प्रकार के सुख मिलते हैं। गायत्री सबसे बड़ी विधि, सबसे श्रेष्ठ तपश्चर्या, सबसे प्रचंड शक्ति है, इस ऋषियों की महान शोध से लाभान्वित होने के लिए लोगों का इतना उत्साह देखकर हमारा अन्तःकरण आशा और विश्वास से भ्र जाता है और भविष्य बहुत ही आशा जनक दिखाई पड़ता है।

सब दृष्टियों से दुखी और दीन हीन बने मनुष्य को माता अपनी कृपा का वरदान देकर उसके समस्त पाप पापों का शमन करेंगी, इसका एक अत्यन्त स्पष्ट प्रमाण वह उत्साह है जिससे तरगंति होकर अनेक व्यक्ति साधना पथ पर अग्रसर हो रहे हैं और माता के चरणों में अपना मस्तक झुका रहे हैं। गायत्री प्रचार और गायत्री उपासकों का एक सूत्र में आबद्ध होना भी इसी आध्यात्मिक सूर्योदय की करुण किरणें हैं। आइए इन किरणों का समुचित आदर करें।

इस मास (गायत्री) संस्था के सदस्य बनने वाले (2) अपना गायत्री पुस्तकालय आरम्भ करने वाले (3) गायत्री प्रचार में सहयोग देने वाले महानुभावों की शुभ नामावली -

1. बा. केदारनाथ सिंह सी ही, पटना

2. डा. जे. आर. परदेशी, मोमिनाबाद

3. कविराज गोविनदचन्द्र मिश्र, निमचौरी, कटक

4. श्री कार्तिकचरनधेष, झालदी, मानभूम

5. श्री वी.पी. देव, मस्कतीमारकेट अहमदाबाद

6. श्री हरसुखदास रामप्रताप बीकानेर

7. श्री दुर्गाप्रसाद श्रीवास्तव कजहा बहरायच

8. श्री रामप्रताप शर्मा, टूँटड़ा, आगरा

9. श्री हरदयालजी श्रीवास्तव गोहाड़ हमीरपुर

10. पं. बंकिलाल शर्मा मालगोदाम, फ र्रुखाबाद

11. श्री बालकृष्ण अग्रवाल, ट्रेसर, जबलपुर

12. श्री सुखलाल जी बाँकोली, बरेली

13. पं. भगवानदास शर्मा अशोकपुर, रामपुर

14. श्री सुमेरचन्दगुप्ता, ओबरसीयर फ रीदाबाद

15. श्री मौजीराम भारद्वाज, ककराझर

16. श्री लछमनदास सन्तलाल आहूजा, बम्बई

17. जोशी तुलसीराम शंकरलाल, शाहपुरा

18. श्री पी.एस. शिवलकर, भाटापारा

19. श्री रामेश्वरजी पुष्करनदत्त वैद्य, बेटाषद

20. श्री रुपरामचौये, कुउारी उमरिया, जबलपुर

21. श्री कन्हैयालाल राठी, गाँधीगंज जबलपुर

22. श्री भगौतीलाल जी अहलसद, नाँनपरा

23. पं. लक्ष्मीनारायण शर्मा र्क्लक, अक्लेहरा

24. श्री जीवराम किशनदास ठक्कर, अहमदाबाद

25. श्री चतुरभुज राजाराम मेहता डोंगरगढ़

26. श्री रामबली रामजीवन, सौताबार्ढी नागपुर

27. पं. श्रीकृष्ण भवरलाल पंसारी, बाराँ, कोटा

28. श्री बंशीधर प्रहलादराय, नानपरा बहरायचन्द

29. श्री आर. एल. जयसवाल, कलकत्ता,

30. श्री बैजनाथ त्रिवेदी मुन्शी, जबलपुर

31. श्री कुन्दनलाल प्रेमप्रकाश, धुरीमण्डी, पेण्सु

33. पं. परसादीलाल शमा्र दिनेश, कराहल

34. श्री अशफ ीलाल जी मुतावर, बिजनौर

35. श्री रंगनाथ नाना वारडे, सावदा, खानदेश

36. एस. वेंकोवाराव टह्वीचर, बेल्लारी

37. श्री इन्द्रदेव पाण्डेय, अस्कोठ, अलमोड़ा

38. श्री हरमानभाई सीमाभाई पटेल, सादानपुरा

39. श्री रामदास विष्णु पटेल, साबदा खानदेश

40. श्री महादेवप्रसाद वकील, गोलोगंज गोंड़ा

41. श्री वैद्य लक्ष्मीनारायण शर्मा घाटौली कोटा

42. श्री जे.एच. हैजिस्टे, भद्र, अहमदाबाद

43. श्रीहरनारायण शर्मा, मदनगंज (राजस्थान)

44. श्री मदनलाल प्राणजीवन गान्धी, नवसारी

45. श्री जटाशंकरजी नान्दी, पाटन (गुजरात)

46. श्री वैद्य रामशरन जी, सरधना (मेरठ)

47. श्री धर्मपाल सिंह कालमपुर (अलीगढ़)

48. श्री वृजमोहनप्रसाद गुप्ता, हजारीबाग

49. पं. पेमचन्द्र गुप्ता, दरीवाकला, देहली

50. पं. अयोध्याप्रसाद दीक्षित, सूर्यनगर कानपुर

52. पं. छदामीलाल पटेल भालगुजार, जबलपुर

53. पं. पी.एस. राम शर्मा, श्रीनिवासपुरम्

54. श्री गनपतराज जी, नन्दनिवास शिमला

55. बाँकेबिहारीलाल जी पोस्टमा. मदवर

56. श्री सीताराम पुरोहित एकाउूण्ट, सागर

57. श्री राजाजीराम वर्मा टीचर, हलद्वानी

58. श्री दयाशंकर वर्मा पायदान फ तेहपुर

59. जानकीप्रसाद हजारीलाल सराफ दमोह

60. श्री भोलानाथ ठाकुरप्रसाद बक्सर आरा

61. श्रीमास्टर रामचन्द्रसिंह, स्याऊ बिजनौर

62. श्री गोपालसिंह, नरपतनगर (बिहार),

63. श्री परमालसिंह जी, हरनबाड़ा

64. स्वामी योगानन्द, खानपुर

65. श्री ब्रहासेवक अवस्थी, हटिया कानपुर

66. श्री विश्वनाथ पाण्डेय, मिर्जापुर

67. श्री भगवानसिंह यादव, ब्रकस मैन, दमोह

68. श्री विष्णुभक्तराज गोरखा, जयगाँव

69. श्री रामस्वरुप गुप्त, बिड़लानगर ग्वालियर

70. श्री एन. वी. महोरे आमला, बेतूल

71. श्री कमलाप्रसाद श्रीवास्तव, डेड़तलार्इ्र

72. पं. महेश्वरनाथ जी रनवीरगंज काश्मीर

73. श्री सरयूराम जी कलक्ट्रेट, शाहाबाद

74. पाण्डे केशवलाल गिरधारीलाल,परान्तिज

75. श्री लोकथजी मालगुजार, धठुली रह्वायपुर

76. श्री के. पी. त्रिवेदी, देवेन्द्र नगर

77. श्री राध कृष्ण अग्रबाल इंजीनियर, दिल्ली

78. श्री रामचन्द्रलाल वैद्य, दीघाघाट, पटना

79. श्री रामप्रकाश बाजपेयी, एकाउन्टेन्ट दिल्ली

80. श्री सालिगराम दवे र्क्लक, बीनी सागर

81. श्री जयन्तीलाल त्रिवेदी, पावी गुजरात

82. श्री जगदीशनारायण वर्मा, ईाहाबाद

83. पं. जयलाल शर्मा, बालमुन्द, हिसार

84. पं. पूरनलाल त्रिवेदी, दीक्षितपुरा जबलपुर

85. पं. मोतीलाल शर्मा आरंग रह्वायपुर

86. श्री जगन्नाथप्रसाद रनमस्तपुर बाँदा

87. श्री रामसेवक मिश्र, पोटरखोली खरगपुर

88. पं. जगन्नाथप्रसार शास्त्री, साक्ची सराय

89. पं. वैजनाथ प्रसाद शुल्क, न्यूमारकेट कलकत्ता

90. व्यास वालकिशन मुखिया पुराना हवड़ा

91. श्री रामचन्द्रशर्मा मुख्तार, बुलन्दशहर

92. श्री विशनस्वरुप भटनागर, मिर्जापुर

93. पं. गुनेराम भूताजी शर्मा, बर्िरा (सिरोही)

94. ठा. बद्रीसिंह, शाहपुर, बाँदा

95. श्री द्वारिकाप्रसाद जी मेहुनवाड़ा, खानदेश

96. श्री राधाकिशन मालवीय, खाते गाँव

97. श्री चन्दवर शास्त्री, डोरनहल्ली, दक्षिण

98. पं. भगवानदीन त्रिवेदी, हरदोई

99. श्री ब्रहादेव रऽरायणसिंह, सिरधाचक पटना

100. श्री सीतारामसिंह, कोरियावा, पटना

101. श्री विनायक प्रसाद परया, बस्तर

102. श्री सोनेलाल पटेल, धर्मपुरा, जबलपुर

103. पं. बासुदेव जोशी, काव्यतीर्थ, चूरु

104. श्री कैलाशनारायण जी चौधरी, कानपुर

105. पं. बाबूलाल र्श्मा र्क्लक, दोराहा भोपाल

106. श्री छह्वोटेलाल गुप्ता कैथी बऽरस

107. पं. द्वारकाप्रसाद शर्मा, करेरा

108. श्री वृन्दावनलाल एकाउन्टेण्ट करेरा

109. श्री सीताराम पाइक हैडमास्टर उदगवाँ

110. श्री रामगरीब गुप्ता कलहीवहरा, रायपुर

111. राना नवनीतलाल मनसुखलाल, झोलोद

112. श्री हासू भाई द्विवेदी, ध्राँगध्रा

113. श्री राम विहार प्रसाद, चौक, आरा

114. श्री सीताराम साह, कोरिआवाँ, पटना

115. श्री आर.डी. पटेल, एग्रिको, लिंहभूम

116. श्री परसराम शाह अध्यापक, नरवदा द्रुग

117. पं. गुद्दीलाल शर्मा, शंडोल, रीबा

118. श्री इनद्रजीत जी, निकलसन रोड, दिल्ली

119 . श्री ब्रहादेव बुप्ता, गोधनाबाजार इलाहाबाद

-क्रमशः


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