VigyapanSuchana

October 1944

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अखंड ज्योति का विशेषाँक

1 जनवरी सन् 45 को अखण्ड ज्योति का “सिद्धि अंक” निकलेगा। आत्मिक साधनाओं द्वारा अद्भुत, आश्चर्यजनक एवं महत्वपूर्ण सिद्धियों का प्राप्त होना प्रत्यक्ष है। इस अंक में ऐसे साधन बताये जायेंगे जिनके आधार पर मामूली आदमी मामूली अभ्यासों द्वारा बहुत 2 अद्भुत शक्तियाँ प्राप्त कर सकता है और उन चमत्कारों सिद्धियों द्वारा स्वयं अपने तथा दूसरों के दुखों को मिटाकर स्वर्गीय आनन्द का अनुभव कर सकता है।

यह विशेषाँक अपने ढंग का अनूठा होगा। ऐसे सरल, सुबोध, विज्ञान सम्मत, सच्चे और अनुभव पूर्ण साधन जिनके द्वारा तुरन्त प्रत्यक्ष फल प्राप्त होता है अन्यत्र कहीं भी अभी तक प्रकाशित नहीं हुए। इस विशेषाँक में सिर्फ ऐसे ही साधन बताये जायेंगे जो अनेकों बार परीक्षा किये जा चुके हैं। जिनके द्वारा जादू भरे चमत्कार प्रत्यक्ष देख लिये गये हैं विशेष जानकारी एवं साधना कराने के लिए अखण्ड ज्योति कार्यालय तैयार रहेगा।

-मैनेजर-’अखंड ज्योति’ कार्यालय, मथुरा।


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