11 दिन का ‘कर्मयोग सत्संग‘!

June 1944

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एक साथ कई लाभ प्राप्त करने का स्वर्ण सुयोग

वर्षा ऋतु में ब्रज की लता कुँजें इतनी सुन्दर हो जाती हैं कि उसके मनोहर प्राकृतिक दृश्य देखते ही बनते है मुरझाये हुए अंतःकरणों को वनस्पति की तरह हरा कर देने की इन दृश्यों में क्षमता होती है। इसलिए बहुत सदैव सावन के महीने में ब्रज यात्रा के लिए दूर दूर से लोग आया करते है। अनुकरण ऋतु की अनुकूल यात्रा का उत्तम महात्म्य स्वाभाविक ही है। इसी लिए सावन में ब्रज यात्रा का हिन्दू धर्म में बड़ा महात्म्य माना गया है। उन्हीं दिनों झूलों के उत्सव होते है। जिनके कारण मथुरा, वृन्दावन, गोकुल गोवर्धन आदि की छटा बहुत मनोहर हो जाती है।

अखंड ज्योति ने ऐसे उत्तम मनोहर अवसर पर “कर्मयोग-सत्संग“ का आयोजन किया है। कर्मयोग का-उच्च उन्नत जीवन बनाने की कला का प्रसार करना, अखंड ज्योति का मिशन है। अपने इसी उद्देश्य को आगन्तुक महानुभावों को हृदयंगम करने का प्रयत्न किया जायगा। शारीरिक, मानसिक, आर्थिक, सामाजिक, धार्मिक एवं आध्यात्मिक उन्नति के लिए व्यावहारिक, अनुभूत एवं सरल उपाय की शिक्षा दी जायगी।

सावन सुदी 5 नाग पंचमी तदनुसार ता. 25 जुलाई मंगलवार से यह सत्संग आरम्भ होगा और सावन सुदी 15 पूर्णमासी तदनुसार 4 अगस्त शुक्रवार को यह सत्संग समाप्त हो जायगा। कुल 11 दिन यह उत्सव रहेगा। इस अवसर पर उच्चकोटि के विद्वानों और महात्माओं के अमृतमय उपदेशों का लाभ मिलेगा। ब्रज के सभी प्रमुख तीर्थों को देखने के लिए एक पैदल यात्रा होगी। कर्मयोग गुरुकुल की एक महीने की शिक्षा इन 11 दिनों में पूरी की जायगी। जो नियमित रूप से शिक्षा प्राप्त करेंगे उन्हें परीक्षा देकर ‘कर्मनिष्ठ’ की उपाधि प्राप्ति करने की भी सुविधा रहेगी।

जो महानुभाव पूर्ण रूप से अनुशासन में रहने को तैयार हों, नियत कार्यक्रम के अनुसार ही कार्य करें, यहाँ की व्यवस्था में कुछ विघ्न उपस्थित न करें, तपश्चर्या का कार्यक्रम अपना सकें, वे ही पधारने की कृपा करें। जो अपने अन्दर इन बातों का अभाव पावें वे पधारने का कष्ट न करें। आने वाले महानुभाव पूर्व सूचना अवश्य भेज दें, जिससे उनके ठहरने और खाने पीने की व्यवस्था में सहयोग दिया जा सके।

ब्रज की तीर्थ यात्रा, सुन्दर सुरभित प्राकृतिक दृश्यों का अवलोकन, जीवन को लौट पलट कर देने वाला सत्संग, देशाटन का अनुभव, झूलों का उत्सव आदि अनेक लाभों को एक साथ प्राप्त करने का यह स्वर्ण सुयोग है। जिन्हें रुचि और सुविधा हो वे इस सुअवसर को प्राप्त करने का प्रयत्न करें।

नोट- अखण्ड ज्योति कार्यालय, घीयामंडी रोड पर किशोर रमण गर्ल्स स्कूल के सामने है। स्टेशन से तीन चार आने की सवारी ताँगे वाले लेते हैं।

श्रीराम शर्मा आचार्य,

सम्पादक- अखण्ड ज्योति, मथुरा।


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