(सब धर्मों में अवतार होते हैं।)
इन लोगों से कहो कि जो किताब (धर्म पुस्तक) हम पर नाजिल हुई और जो किताब तुम पर नाजिल हुई हम तो सभी को मानते हैं। हमारा खुदा और तुम्हारा खुदा एक ही है।
-सूरे अन्कूवत
कोई कोम ऐसी नहीं हैं जिसके पैगम्बर न हुआ हो।
-सूरे फ तिर
ऐ पैगम्बर! तुम तो सिर्फ खबरदार कर देने वाले हो। हर कौम में पैगम्बर मौजूद हैं।
-सूरे रअद
जब हमने कोई पैगम्बर भेजा तो उसको उसी की कौम की जबान में बातचीत करता हुआ भेजा है ताकि वह उनको अच्छी तरह समझा सके।
-सूरे इब्राहिन
हम हर एक उम्मत में कोई न कोई पैगम्बर भेजते हैं।
-सूरे नहल
हमने हर एक उम्मत के लिए इबादत के तरीके करार दिये हैं कि वह उन पर चलते है।
-सूरे हज्ज
लोगों ने आपस में अख्तिलाफ करके दीन के टुकड़े टुकड़े कर डाले लेकिन सब आखिरकार हमारी ही तरफ को लौटकर आने वाले हैं।
-सूरे अम्बिया