धर्म प्रेमियों के सत्प्रयत्न

March 1958

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पयागपुर (बहराइच) में बसन्त पंचमी के दिन गायत्री शाखा का तृतीय वार्षिक उत्सव धूमधाम से मनाया गया। इसमें बहराइच रुकनापुर गोंडा बलराम की गायत्री शाखाओं के सदस्यों ने सम्मिलित होकर 2400 आहुतियों का यज्ञ किया। सौ सवा सौ सदस्यों का ब्रह्मभोज हुआ और चालीसा तथा ब्रह्माण्ड अनुष्ठान सम्बन्धी साहित्य बाँटा गया। यज्ञ के तीसरे दिन वर्षा भी हुई जिससे सबको अत्यन्त प्रसन्नता हुई।

देशराज पाठक।

जिला रामपुर (उ. प्र.) में गायत्री प्रचार को व्यापक बनाने के लिए शाखा मिलक में 16 जनवरी को सदस्यों की एक महत्वपूर्ण बैठक हुई जिसमें जिले में 24 शाखाएं और 108 होता महायज्ञ के लिए बनाने का संकल्प किया गया। श्री बाबूलालजी सक्सेना श्री मोहन जी व सुधाकर जी शास्त्री उत्साह से कार्य कर रहे हैं।

-चमनलाल सूरी।

पलस्थ्या (बैतूल म. प्र.) में बसन्त पंचमी के अवसर पर हनुमान जी मन्दिर पर भजन कीर्तन किया गया और पश्चात् उसी स्थान पर 1200 आहुतियों का हवन तथा 100 व्यक्तियों का भोज व कन्या भोज भी हुआ। श्री परमराम डोंगरे तथा श्री मारोतीराव खासदेव पटवारी के गायत्री महिमा पर भाषण हुए।

-पं. रा. डोंगरे।

खेडिया तथा पान्सेमल (निमाड) में बसंत पंचमी पर नवीन गायत्री शाखाएं स्थापित की गई मंत्री भाई शंकरलाल शर्मा व महेशनारायण जी शुक्ल संगठन का कार्य सुचारु रूप से चला रहे हैं।

-राधेश्याम गुप्त।

बम्हनी बाजार (बिलासपुर) में बसंत पंचमी पर कीर्तन मण्डली द्वारा जुलूस निकाला गया और मन्दिर में 2500 आहुतियों का यज्ञ बड़े समारोह से किया गया। श्री केदारनाथ जी शर्मा का रामचरित मानस पर प्रवचन हुआ। इस कार्य में लखनलाल स्वर्णकार ने काफी सहयोग किया।

-मोहनलाल गुप्ता।

लखनऊ में पेशवाग, आर्यनगर व सदर बाजार की तीन शाखाओं ने मिलकर बसंत पंचमी पर सोधी पार्क सदर बाजार में 5 कुण्डों में 24 हजार आहुतियों के हवन किया जिसके आचार्य पं. बनवारीलाल जी शास्त्री थे। शाम को पं. लोकनाथ जी रुद्र एम. ए. व सन्त धर्मनारायण आदि विद्वानों के प्रभावशाली प्रवचन हुए। श्री मदनमोहनजी शुक्ल ने 51, बनवारीलाल जी शास्त्री ने 50, देश राज जी ने 50, लक्ष्मीनारायण जी ने 10 व गिरधारी लाल जी ने 10 महायज्ञ के होता व यजमान बनाने का संकल्प किया है।

-मदनमोहन शुक्ल।

हड्डा (हरदोई) में ता. 25, 26, 27 जनवरी को 5 कुण्डों में 24 हजार आहुतियों का यज्ञ श्री भागीरथी जी सिद्धान्त शास्त्री के आचार्यत्व में सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ। आस-पास के ग्रामों से सैकड़ों की संख्या में जनता ने भाग लिया। मथुरा के महायज्ञ के लिए 85 सदस्य व 17 होता बने। इस यज्ञ को सफल बनाने में श्री हनुमानशरण जी राम आश्रय जी त्रिपाठी, शांतिस्वरूप जी, भगवान सिंह जी का परिश्रम सराहनीय रहा। अनेक धर्म प्रेमियों ने नवीन शाखाएं व महायज्ञ के होता बनाने का संकल्प किया।

-चमनलाल सूरी

सीसवाली (कोटा) में ता. 18 जनवरी से 20 तक महावीर जी के मेले में गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया गया, जिसमें शम्भूसिंह जी हाडा का प्रभावशाली प्रवचन हुआ। पं. रामकुमार जी ने गायत्री प्रचार का सिनेमा दिखाकर जनता को प्रभावित किया। यज्ञ में 11, 676 आहुतियाँ दी गई और 101 कन्याओं को भोजन कराया गया।

- रामचन्द्र गुप्ता।

दिगौड़ा (टीकमगढ़) में बसंत पंचमी पर श्री भुवनेश्वर महादेव के स्थान पर 24 हजार आहुतियों का गायत्री महायज्ञ विधिवत सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर मथुरा तपोभूमि से योगेन्द्रनाथ जी ब्रह्मचारी व कृपाशंकरजी पधारे। जिनके बड़े प्रभावशाली आदेश हुए। टीकमगढ के प्रसिद्ध वकील श्री पन्नालालाजी, झाँसी के श्री गिरिजासहाय जी खरे और गनेशगंज के श्री जगतराम पन्तोर ने भी यज्ञ में भाग लिया।

-बैजनाथप्रसाद सोनकिया।

तुकला (कालाहान्डी, उड़ीसा) में ता. 22 जनवरी को श्री विनायप्रसाद जी शर्मा होता का आगमन हुआ। आपकी प्रेरणा से यहाँ एक नवीन शाखा की स्थापना की गई है।

-श्रीमनराखनलालाल साव।

भौरासा (देवास म. प्र.) में भंवरनाथ जी महादेव के मेले में ता. 11 फरवरी को गायत्री महायज्ञ ब्रह्मचारी श्री कृष्णानन्द जी उपाध्याय के आचार्यत्व में हुआ। ता. 17 को जल यात्रा निकाली गई।

-बी. के. जायसवाल।

नदियाल (भालावाड़ राजस्थान) में श्री शम्भूसिंह जी के आगमन पर 5616 आहुतियों का हवन व 101 कन्याओं का भोज कराया गया। ग्राम निवासियों ने पूर्ण सहयोग दिया।

-ताराचन्द शर्मा।

घढोत (भालावाड) में श्री रामवल्लभजी महाराज की अध्यक्षता में 1500 आहुतियों का हवन किया गया। रामगंज मण्डी गायत्री परिवार, लशकर (ग्वालियर) की गायत्री परिवार शाखा की ओर से जनवरी में धूमधाम से वार्षिकोत्सव मनाया गया, जिसमें सामूहिक हवन व चालीसा पाठ की योजना की गई। पं. भीष्म गुरु की अध्यक्षता में एक गायत्री ज्ञान मन्दिर की स्थापना की गई। गायत्री परिवार के एक सदस्य श्री कृष्णगोपाल जी स्वस्थ अवस्था में गायत्री साधना करते-करते स्वर्गलोक सिधार गये। परिवार के सब सदस्यों ने एकत्रित होकर उनकी आत्मा की शाँति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की।

- मुरलीधर डंडोतिया।

जतारा (टीकमगढ़) के गायत्री संग की ओर से ता. 14 जनवरी को एक सामूहिक हवन किया गया और कार्यकर्ताओं का निर्वाचन भी हुआ।

-गंधर्वसिंह गौर, मंत्री।

शुकलाहरी (ग्वालियर) में 2 फरवरी को एक सामूहिक यज्ञ का आयोजन डबरा मण्डी की राइस मिल के मैनेजर श्रीलीलापत द्वारा किया गया जिसमें सैकड़ों नर-नारियों ने भाग लिया। ब्रह्माण्ड अनुष्ठान की पुस्तकें, गायत्री चित्र, चालीसा आदि वितरण किये गये। शाखा की स्थापना की गई जिसके मंत्री श्रीरामसुन्द चतुर्वेदी निर्वाचित हुए। इस आयोजन की सफलता में कुँजबिहारीलालजी श्रीवास्तव, कालीचरण शर्मा, वैद्यजी, उपाध्यायजी सिगोरियाजी अध्यापकजी आदि से विशेष सहयोग प्राप्त हुआ

-द्वा. प्र. बडेरिया।

पतरी (फतेहपुर उ. प्र.) में 2400 आहुतियों का हवन बड़े समारोह से हुआ। परिवार के सदस्यों की संख्या निरन्तर बढ़ रही है।

-शम्भूसिंह शाखा मंत्री।

आटौन (कोटा) में 22 से 25 जनवरी तक विशद गायत्री महायज्ञ सानन्द समाप्त हो गया। ता. 24 को आचार्यजी मथुरा से पधारे जिनका अपार जन समूह ने बाजे गाजे के साथ स्वागत किया। आचार्य जी व स्वामी प्रेमानन्द के महत्वपूर्ण प्रवचन हुए। महिलाओं का विशेष हवन श्री अनसूया देवी जी ने कराया। आचार्य जी ने कई उपासकों को दीक्षा दी। समारोह में लगभग 5 हजार गायत्री प्रेमियों ने भाग लिया 50 का गायत्री साहित्य वितरण किया गया।

-रामचन्द्र विजय अन्ताना।

ग्राम लाटा (बिलासपुर) के गायत्री भक्तों द्वारा नौ दिन तक ‘रामचरितमानस’ का अखण्ड पाठ किया गया। अन्तिम दिन हवन व कीर्तन हुआ।

-गोशिकप्रसाद।

बिजौली (फतेहुपर) के गायत्री उपासकों ने मकर संक्रान्ति के अवसर पर सामूहिक अखण्ड रामायण पारायण किया।

-रामसनेही वर्मा।

खूड (राजस्थान) में 19 से 21 मई तक गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया गया है। गायत्री पुस्तकालय भी शीघ्र ही स्थापित होने वाला है। सभी सदस्य मनोयोग से गायत्री प्रचार का कार्य कर रहे हैं।

-रामगोपाल वैद्य

फत्यापुर (निमाड) में श्री रूपचन्द की कुटी पर जपानुष्ठान के बाद 3200 आहुतियों का यज्ञ किया गया और सब साधकों को प्रीतिभोज कराया गया। श्री रूपचन्द जी ने प्रति मास ऐसा ही आयोजन करने का संकल्प किया है। आचार्य का कार्य श्री मुकुन्दरामजी पारसाई ने किया। श्री रूपचन्द वाला जी व श्री रामभाऊ मंडलोई ने सराहनीय सहयोग दिया।

- लक्ष्मण चौहान।

बड़ेसरा(अलीगढ़) में 16, 17 ,18 अप्रैल को 25 हवन कुण्डों के यज्ञ का आयोजन किया जा रहा है। समीपवर्ती सभी यज्ञ प्रेमियों से पधारने की प्रार्थना है। बड़ेसरा आने के लिए अतरौली रोड स्टेशन पर उतरना होता है।

-अमर सिंह।

शाजापुर (ग्वालियर) में नित्यानन्द मण्डली की ओर से गायत्री यज्ञ आगामी अक्षय तृतीया को किये जाने का आयोजन किया गया है।

-सी. जी. सोती।

खानपुर में मकर संक्रांति को 5 कुण्डों में 3250 आहुतियों का सामूहिक यज्ञ किया गया तथा 125 चालीसा पाठ किये गये। तपोभूमि से आये परिपत्र सुनाये गये सदस्यों से यजमान व होता बनने की प्रेरणा की गई। श्री बिहारीलाल चतुर्वेदी तथा श्री मूलचन्द जी अध्यापक के गायत्री महिमा पर भाषण हुए।

-नाथूराम शर्मा गौतम।

पगढाल मठ (सिवनी मालवा) में रामायण पारायण व गायत्री हवन सम्पन्न किया गया। श्री बैजनाथ शर्मा ए.डी.आई.एम. श्री कृपाराम सिद्धान्त शास्त्री, श्रीरामगोपला तिवारी ने गायत्री माता की महिमा पर प्रकाश डाला। आगामी मई में 108 होताओं का वृहत यज्ञ करने का निश्चय किया गया है। उपरोक्त आयोजन पं. रामकृष्णजी व्यास व पं. गोवर्धन भट्ट की अध्यक्षता में हुआ।

-मूलचन्द वर्मा।

पटौद में माघ पूर्णिमा को सामूहिक हवन किया गया और काँकेर से गायत्री माता का एक बड़ा चित्र लाकर बस्ती भर में उसका बाजे गाजे के साथ जुलूस निकाला गया। यह चित्र काँकेर हाई स्कूल के ड्राईंग मास्टर श्री जीवनलाल श्रीवास्तव ने बनाकर दान स्वरूप दिया था। वे स्वयं गायत्री माता के बड़े भक्त और उपासक हैं। श्री रामलाल जी ने अपनी तरफ से प्रीति भोज कराया।

-मा.मा. दास कश्यप।

पाली (फाँसी) में नीलकण्ठ महादेव के मंदिर पर सामूहिक हवन किया गया। नवीन सदस्य बनाकर गायत्री शाखा की स्थापना की गई। दूसरा हवन श्री रघुनाथसिंह जी के स्थान पर किया गया। दोनों कार्यक्रमों में श्री प्रभूदया श्रीवास्तव का सहयोग सराहनीय रहा।

-शाखा मंत्री।

उदयपुर के नाहर नगर में महलों में महात्मा भगवानजी की प्रेरणा से एक विशाल गायत्री यज्ञ हुआ जिसका आयोजन वहाँ के हाकिम श्री केशरसिंहजी द्वारा किया गया। यजमान का स्थान जनसेवा नेता श्री भवानीशंकर वैद्य ने ग्रहण किया। इस यज्ञ में बहुसंख्यक जनता सम्मिलित हुई और बहुसंख्या व्यक्तियों ने गायत्री जप का संकल्प किया।

-एक गायत्री उपासक।

जोधपुर की गिरदावलों की गली में गायत्री शाखा की स्थापना की गई है जिसकी ओर से प्रति मास एक हवन किया गया है। मथुरा के महायज्ञ के लिए होता व यजमान भी बनाये जा रहे हैं।

-हंसराज मालपाणी।

राजपुर (निमाड) में बसन्त पंचमी का गायत्री यज्ञ श्रीकृष्ण तारे के गृह पर किया गया। आरती के पश्चात् गायत्री ज्ञान चर्चा हुई और प्रसाद वितरण किया गया।

-मंत्री गायत्री परिवार

ढकियारघा (शाहजहाँपुर) में 2 फरवरी को 5800 आहुतियों का गायत्री यज्ञ श्री चमनलालाजी सूरी की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ। शाम को आरती, भजन कीर्तन आदि हुए। गायत्री साहित्य व प्रसाद वितरण किया गया। इस कार्य में श्री प्रेमप्रभा देवी का विशेष सहयोग हुआ।

-धमेन्द्रसिंह अध्यापक

बेसंडी (फतेहपुर) में माघ पूर्णिमा को श्री. कृष्णपाल तिवारी के गृह स्थित हनुमान जी के सामने 1720 आहुतियों का हवन हुआ। मथुरा के महायज्ञ को सफल बनाने के लिए सब सदस्यों से आग्रह किया गया।

-सत्यव्रत विद्यारत्न।

नगला मक्कल (फर्रुखाबाद) में श्री छक्कूलालजी के यहाँ 800 आहुतियों का हवन क्रिया गया जिसमें श्री रामप्रकाश बनवारीलाल हेतराम तथा राधेश्यामजी आदि सज्जनों ने उत्साह से भाग लिया। दूसरा यज्ञ में श्री लालाराम के यहाँ हुआ जिसमें श्री जसकरन, जागेश्वर प्रसाद तथा रामशंकर मिश्र आदि ने सराहनीय कार्य किया।

-छोटेलाल मिश्र।

सादुल्लापुर (हरदोई) में माघ पूर्णिमा को 3 हजार आहुतियों का हवन और ब्रह्म भोज किया गया उसी दिन श्री रामकृष्ण अग्निहोत्री के यहाँ भी गायत्री हवन किया गया।

-मदनगोपाल शुक्ल।

छहरटा (अमृतसर) में श्रीमती सुयश जी के घर पर गायत्री हवन का कार्यक्रम बड़े उत्साह से सम्पन्न हुआ।

-विमल

लखनादौन (सिवीन म. प्र.) में ता. 9 फरवरी को गायत्री प्रचार मण्डल द्वारा श्री डालचन्द्र जी गोल्हरनी के घर पर स्थापित शंकरजी के मन्दिर पर 3 हजार आहुतियों का हवन किया गया। यहाँ पर गायत्री मन्दिर स्थापित करने के लिए श्री महादेव प्रसाद जी तिवारी और पं. कन्हैया लाल जी तिवारी प्रयत्न कर रहे हैं।

-इमरत लाल गोल्हानी।

नाँद घाट (दुर्ग म. प्र) में 30 मार्च से 3 अप्रैल तक 24 लाख जप व 24 कुण्डों में दशाँश हवन का आयोजन किया गया है।

-स्वामी देव्यानन्द सरस्वती।

ढेलवा डोंगरी (बिलासपुर) में धर्म मेला के नाम से वृहत यज्ञ ता. 31 जनवरी से ता. 4 फरवरी तक सम्पन्न हुआ। पूर्णाहुति के दिन दूर-दूर के दर्शकों और भक्तों ने सहयोग दिया। अनेक गायत्री भक्तों ने इस धर्म मेले को प्रतिवर्ष करने का परामर्श दिया है।

-ताराचन्द शाखा मंत्री।

हर्दी (बहराइच) में प्रमोद कुँज की गायत्री शाखा के प्रयत्न से अन्नराम मित्र के यहाँ सवा लक्ष का जप होकर सवा सहस्र आहुतियों का हवन हुआ।

-शिवप्रसाद शुक्ल।

पुसावली (बदायूँ) में 16 जनवरी को श्री बेगनदास के यहाँ 26 ता. को श्री रामप्रसाद के यहाँ और 2 फरवरी को श्री उलफतसिंह के यहाँ सामूहिक गायत्री हवन कराये गये।

-गायत्री प्रसाद गुप्त।

श्राघोगढ़ में सुश्री प्रेमवती गोयल के प्रयत्न से महिला शाखा का निर्माण किया गया है जिनकी तरफ से 2 फरवरी को सामूहिक हवन सम्पन्न किया गया।

बाबूलाल गोयल।

शाहजहाँबाद (बदायूँ उ. प्र.) में पुसावली प्रचार का कार्य जोरों से हो रहा है। बसन्त पंचमी पर हवन किया गया जिसमें जनता ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

-गंगाचरन शर्मा।

बोरलाय (निमाड) में श्रीमणिशंकर जी के स्थान पर सामूहिक हवन सब सदस्यों ने मिलकर किया।

-शाखा मंत्री।


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