जैसे जल से अग्नि को बुझाया जाता है उसी प्रकार ज्ञान से मानसिक दुःख को शांत करना चाहिए। मन के शाँत हो जाने पर शारीरिक दुःख भी दूर हो जाता है। -महाभारत
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जिस मनुष्य ने अपने आपको जीत लिया है वही अपना मित्र है परन्तु जिसने अपने आपको नहीं जीता वह शत्रु है। -गीता