कच्चे सूत के पलंग पर बैठने वाला मनुष्य जैसे नीचे गिर जाता है, उसी प्रकार विषय-सेवन के आश्रय में जाने वाला नीचे ही गिरता है अर्थात् उसकी अधोगति होती है।