ईश्वर का विराट रूप

विराट के चार स्वरूप

Read Scan Version
<<   |   <   | |   >   |   >>


हिंदू धर्म के पौराणिक ग्रंथों में ब्रह्माजी का जो स्वरूप वर्णित है,उसमें उनके चार मुख दिखलाए गए हैं । यह परमात्मा की सत्ता का एकआलंकारिक चित्र है । चार मुख उसके चार भेदों का दिग्दर्शन कराते हैं । इन चार मुखों को

  (१)  ब्रह्म
  (२)  ईश्वर
  (३)  विष्णु और
  (४)  भगवान कहा जाता है ।

वैसे तो परमात्मा एक ही है, पर उससे उत्पन्नविश्व व्यवस्था को समझने के लिए उसके चार विभाग कर दिएगए है|
 



<<   |   <   | |   >   |   >>

Write Your Comments Here: