सही व्यक्तियों का निर्माण किया जाता है निर्वाचन नहीं। निर्वाचन एक अवधि तक ही सही रहता है, इसके बाद वह पदजन्य विकृतियों से भर जाता है। जनमत को चुनने का नहीं हटाने का अधिकार होना पर्याप्त है।