Loading...
All World
Gayatri Pariwar
Get App
Books
Magazine
Language
English
Hindi
Gujrati
Kannada
Malayalam
Marathi
Telugu
Tamil
Stories
Collections
Articles
Open Pages (Folders)
Kavita
Quotations
Visheshank
Quick Links
Book Catalog
Whats New
Downloads
Write to Us
Login
Akhand Jyoti
Year 1998
Version 1
युगपरिवर्तन एक सुनिश्चित...
युगपरिवर्तन एक सुनिश्चित भवितव्यता
August 1998
Read Text Version
<<
|
<
|
|
>
|
>>
<<
|
<
|
|
>
|
>>
Write Your Comments Here:
Page Titles
मनुष्य जीवन की सच्ची शोभा
जीता-जागता स्वर्ग है- फूलों की घाटी
धर्म एक आध्यात्मिक भूख
तीर्थकर की जन्मगाथा
साधना के तीन चरणः भजन, ममन और चिन्तन
शिवतत्त्व एवं उसके साथ जुड़ी प्रेरणाएँ
प्रेम अमृत है तो मोह विष
कुण्डलिनी शक्ति और उसके दो अग्नितत्त्व
करम का लेख मिटे ना रे भाई
मनोबल ही विजयी बनाता है
कैसे जूझें हृदय रोगों से
स्नेहमयी माँ एवं उनका रक्षाकवच
विज्ञान और अध्यात्म अब और निकट आ रहे हैं
जीवनतत्त्व की गंगोत्री- प्राणशक्ति
व्रतेन प्राप्यते दीक्षा
श्रण्वन्तु विश्वे अमृतस्य पुत्राः
राजसूय में श्रीकृष्ण का गुप्तदान
सन्त, ऋषि एवं पारखी
विलक्षण है इस जीवन यात्रा का हर पड़ाव
युगपरिवर्तन एक सुनिश्चित भवितव्यता
ज्ञान ही जाता है आत्मा के साथ
प्रसन्न रहना एक अच्छी आदत
दीर्घजीवन एक सहज उपहारः एक दिव्य वरदान
समाज का ऋण सभी को चुकाना होगा
परम पूज्य गुरुदेव की अमृतवाणी- जून अंक में दी गयी अमृतवाणी के शेष भाग की दूसरी किश्त
प्रज्ञा-पुराण कथा- धमार्नुष्ठान के साथ पुण्याजर्न भी, गोरस बेचन हरि मिलन, एक पंथ दो काज
पाँच दिवसीय पावन प्रज्ञा-पुराण कथा आयोजनों की रूपरेखा
ॐ भू र्भुवः स्वः
तत्
स
वि
तु (र्)
व
रे
णि
यं
भ
र्गो
दे
व
स्य
धी
म
हि
धि
यो
यो
नः
प्र
चो
द
या
त्
See More