Loading...
All World
Gayatri Pariwar
Get App
Books
Magazine
Language
English
Hindi
Gujrati
Kannada
Malayalam
Marathi
Telugu
Tamil
Stories
Collections
Articles
Open Pages (Folders)
Kavita
Quotations
Visheshank
Quick Links
Book Catalog
Whats New
Downloads
Write to Us
Login
Akhand Jyoti
Year 1969
Version 1
आन्तरिक सार्मथ्य ही...
आन्तरिक सार्मथ्य ही साथ देगी-सुभाषचन्द्र बोस
May 1969
Read Text Version
<<
|
<
|
|
>
|
>>
<<
|
<
|
|
>
|
>>
Write Your Comments Here:
Page Titles
आन्तरिक सार्मथ्य ही साथ देगी-सुभाषचन्द्र बोस
भगवान् की दया और करुणा
सर्वव्यापी आत्मा की सर्वज्ञता
आत्मा में परमात्मा का निकटतम् अनुभूति
सारा संसार एक बिन्दु पर
अपनी शक्तियाँ सही दिशा में विकसित कीजिए
मनुष्य देह में ब्रह्म वैवर्त
विचार ही चरित्र निर्माण करते हैं
शक्ति नहीं करुणा जीतेगी
सौन्दर्य का मूल स्रोत तलाश करें
विलक्षण मानसिक शक्तियाँ और उसका आधार
जीवन मुक्ति का अधिकार
मनुष्य अनन्त प्रकाश का क्षुद्रतम अंश
प्रगति पथ के आन्तरिक अवरोध
सुरधु की समाधि
महाशक्ति कुण्डलिनी और उसका जागरण
पात्रत्व की परीक्षा
कामनाओं और वासनाओं का सदुपयोग
गायत्री महाशक्ति और उसकी सुविस्तृत माया
अपनों से अपनी बात- हमारी प्रेम साधना और उसकी परिणिति-२
ईश्वर का प्रतिबिम्ब प्रेम (कविता) -रामनरेश त्रिपाठी
ॐ भू र्भुवः स्वः
तत्
स
वि
तु (र्)
व
रे
णि
यं
भ
र्गो
दे
व
स्य
धी
म
हि
धि
यो
यो
नः
प्र
चो
द
या
त्
See More