Loading...
All World
Gayatri Pariwar
Get App
Books
Magazine
Language
English
Hindi
Gujrati
Kannada
Malayalam
Marathi
Telugu
Tamil
Stories
Collections
Articles
Open Pages (Folders)
Kavita
Quotations
Visheshank
Quick Links
Book Catalog
Whats New
Downloads
Write to Us
Login
Akhand Jyoti
Year 1945
Version 1
मैअन्धा हूं; पर-आपको...
मैअन्धा हूं; पर-आपको तो दीखता है
April 1945
Read Text Version
<<
|
<
|
|
>
|
>>
<<
|
<
|
|
>
|
>>
Write Your Comments Here:
Page Titles
जड अपने अन्दर है
सब अनर्थो की जड मानसिक दासता
धर्म और विज्ञान मे विरोध नही
मित्रता किससे करनी चाहिये
सूर्य स्नान विधि
मैअन्धा हूं; पर-आपको तो दीखता है
मानसिक दुर्बलताएं ही- शारीरिक दुर्बलताओ का कारण है
मन की समता पर दृष्टि रखिए
पायरिया रोग-उसका कारण और निवारण
दु:खो को देखकर डरिये या घबराइए नही
आपका आध्यात्मिक गुरु कौन है?
धर्म व्यवहारिक होना चाहिये
एकान्त मे तुम क्या सोचते हो?
ज्ञान की उपासना कीजिए
शठे शाठयं समाचरेत् '
अन्त:करण की चिकित्सा
सद्गुणो से विश्व विजय
सूचनाऎ
बहिर्मुखी मानव से-
मनुष्य को देवता बनाने वाली पुस्तके
प्रेम-ही जीवन है
ॐ भू र्भुवः स्वः
तत्
स
वि
तु (र्)
व
रे
णि
यं
भ
र्गो
दे
व
स्य
धी
म
हि
धि
यो
यो
नः
प्र
चो
द
या
त्
See More