अथर्वेद भाग-1B

वेद के प्रत्येक विभाग की तरह अथर्ववेद की अपनी कुछ ऐसी विशेषताएँ हैं, जिनके आधार पर अनेक वेदज्ञ अतुलनीय मानते हैं। वेद की अन्य शाखाओं में अपनी-अपनी विशिष्ट दिशाएँ हैं, किन्तु अथर्ववेद तो अपने अंक में मानो जीवन कि समग्रता को समेटे हुए है। सृष्टि के गूढ़ रहस्यों, दिव्य प्रार्थनाओं, यज्ञीय प्रयोगों, रोगोपचार, विवाह, प्रजनन, परिवार, समाज-व्यवस्था एवं आत्मरक्षा आदि जीवन के सभी पक्षों का इसमें समावेश हैं। वेद की अन्य धाराओं में गूढ़ ज्ञान के साथ शुद्ध विज्ञान (प्योर साइंस) हैं; किन्तु अथर्ववेद में ज्ञान-विज्ञान की गूढ़ धाराओं के साथ व्यावहारिक विज्ञान (एप्लाइड साइंस) भी है।

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