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- आत्मविश्वस का जागरण ही सफलता का मूल कारण
- औरों के हित जो जीता है
- सिद्धपीठों से जुड़ी, गुह्यविज्ञान की विधा
- परकाया प्रवेशः एक सत्य, एक तथ्य
- कण-कण में संव्याप्त चेतन सत्ता
- कुल्ल के रघुनाथ
- आत्मानुसंधान देगा सहजानंद
- दिग्भ्रान्त प्रतिभा-प्रखर प्रज्ञा में बदले
- मनश्चेतना के उच्चस्तरीय आयाम
- पहल सुख-नीरोगी काया
- शांत रातों को बरसते हैं, वहाँ पत्थर
- भगवान् दत्तात्रेय की तरह इन्हें गुरु बनाकर तो देखें
- क्रिया नहीं, भाव को देखो
- वातावरण हमेंस्वयं ही बनाना होगा
- परोक्ष की रहस्यमय गुत्थियाँ
- महत्संकल्प, समष्टि के हित का
- महत्संकल्प, समष्टि के हित का
- समन्वय-सहकारिता की रीति-नीति
- संयमी सदासुखी
- रक्षक के हाथ बड़े लम्बे हैं
- संकल्प सिद्धि हेतु एक विज्ञान सम्मत प्रक्रिया
- एक सशक्त वैकल्पिक उपचार पद्धति-यज्ञोपैथी
- सैनिक, जो साधु बन गया
- पुण्य फलदायी गायत्री साधना
- परम पूज्य गुरुदेव की अमृतवाणी
- धारावाहिक विशेष लेखमाला-१२, युग पुरुष पूज्य गुरुदेव पं( श्रीराम शर्मा आचार्य, संवेदना विस्तार से विनिमत हुआ है यह विराट्परिवार
- महाकाल का संकेत-शचीन्द्र भटनागर, खुलकर युद्ध करो-(कविता)