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Akhand Jyoti
Year 1988
Version 1
तेजोवलय का वैज्ञानिक...
तेजोवलय का वैज्ञानिक आधार
March 1988
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Page Titles
मनुष्य अपने भाग्य का निर्माता स्वयं
चमत्कार अध्यात्म नहीं है
प्रज्ञा के अवलम्बन से महानता के पथ पर अग्रगमन
सादगी और सन्तोष की जिन्दगी
ईश्वर के साकार और निराकार रूप की विवेचना
योगत्रयी का तत्त्वदर्शन
धर्मतत्त्व का आठवाँ अनुशासन ः विद्या
तमसो मा ज्योतिर्गमय
भावना और विवेकशीलता
सरलतम किन्तु महत्त्वपूर्ण योगाभ्यास
दृष्टिकोण का सम्यक् परिष्कार
अनन्त का उद्गम स्रोत महाशून्य
मृत्यु से डर कैसा?
क्या मानवी सत्ता मात्र रसायनों की पोटली है?
अनीति रोगों को आमन्त्रण देती है
साधना, सिद्धि एवं वातावरण
तेजोवलय का वैज्ञानिक आधार
सूक्ष्म शरीर के अविज्ञात क्रियाकलाप
संरचनाओं का मायावी संसार
चेतन सत्ता की एक झलक स्वप्नों के झरोखे से
क्रान्तिकारी जीवन दर्शन के प्रणेता भगवान महावीर
आदर्श दाम्पत्य जीवन का पाठ पढ़ाते हमें ये जीव-जन्तु
थकान मिटाने की सरल साधना
वनौषधियाँ विज्ञानसम्मत भी, उपयोगी भी
सपनों में न उलझें, सच्चाई तलाशें
पितर आत्माएँ डराती नहीं, सत्प्रेरणाएँ उभारती हैं
व्रतशीलता से महान प्रयोजनों की पूर्ति
समर्थ और प्रसन्न जीवन की कुंजी
नवसृजन के अध्येताओं ने आवाज लगाई
द्विजत्व की अवधारणा
समृद्धि की कामना अनुचित नहीं
ॐ भू र्भुवः स्वः
तत्
स
वि
तु (र्)
व
रे
णि
यं
भ
र्गो
दे
व
स्य
धी
म
हि
धि
यो
यो
नः
प्र
चो
द
या
त्
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