Loading...
All World
Gayatri Pariwar
Get App
Books
Magazine
Language
English
Hindi
Gujrati
Kannada
Malayalam
Marathi
Telugu
Tamil
Stories
Collections
Articles
Open Pages (Folders)
Kavita
Quotations
Visheshank
Quick Links
Book Catalog
Whats New
Downloads
Write to Us
Login
Akhand Jyoti
Year 2004
Version 1
यज्ञोपचार प्रक्रिया द्वारा...
यज्ञोपचार प्रक्रिया द्वारा ओजक्षय की चिकित्सा (पूर्वार्द्ध)
July 2004
<<
|
<
|
|
>
|
>>
<<
|
<
|
|
>
|
>>
Write Your Comments Here:
Page Titles
मैं कौन हूँ
समय प्रबन्धन ही कुँजी है
ज्ञान और विज्ञान के शक्तिस्रोत गायत्री और यज्ञ
योग एवं आर्युवेद दोनों परस्पर अन्योन्याश्रित
भावनाएँ बाँटते रहें, सतत लुटाते रहें
बन्धनमुक्त ही ब्राह्मण है
याददाश्त का रसायन शास्त्र
वेदमाता गायत्री की उत्पत्ति केसे हुई
स्व की शक्तियों के विकास की विधा है योग विज्ञान
गिरता मानसिक स्वास्थ्य, बढ़ते मनोविकार
सूर्य विज्ञान और उससे जुड़ा वास्तु का ज्ञान
अहंकार का विधेयात्मक-सृजनात्मक स्वरूप
नारी गायत्री उपासना की समान अधिकारिणी
यज्ञोपचार प्रक्रिया द्वारा ओजक्षय की चिकित्सा (पूर्वार्द्ध)
शिष्य संजीवनी-१६ : गुरु के स्वर को हृदय के संगीत में सुनो
समर्पण द्वारा जीवनक :अवसाद को उत्सव में बदलें
गुरुगीता-२३ : मन्त्रमूलं गुरोर्वाक्यम्
गुरुतत्त्व के प्रति श्रद्धा व समर्पण के सुदृढ़ीकरण का महापर्व गुरुपूर्णिमा
बलिहारी गुरु आपकी जिन गोविन्द दियो मिलाय-गुरुपूर्णिमा विशेष
युगगीता-५६ : युक्ताहारविहारस्य युक्तचेष्टस्य कर्मसु
चेतना की शिखर यात्रा-२८ : स्वातन्त्र्य या में आहुति-१
गुरुकथामृत-५६ : एक बहुआयामी व्यक्तित्व के धनी परमपूज्य गुरुदेव-२
इस विशेष वर्ष में पूरे भारत में विशेष कार्यशालाओं का आयोजन
गुरुपूर्णिमा पर्व पर हम सबकी एक ही प्रार्थना, एक ही आत्मनिवेदन
हम यह समझ न पाए कविता
ॐ भू र्भुवः स्वः
तत्
स
वि
तु (र्)
व
रे
णि
यं
भ
र्गो
दे
व
स्य
धी
म
हि
धि
यो
यो
नः
प्र
चो
द
या
त्
See More