परम पूज्य गुरुदेव की अमृतवाणी- शक्ति भण्डार से स्वयं को जोड़कर तो देखें (गुरु पूणमा की पूर्व वेला में शान्तिकुञ्ज परिसर में १९७७ में दिया गया उद्बोधन) 

July 1994

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