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Akhand Jyoti
Year 1992
Version 1
संकल्प के जागरण...
संकल्प के जागरण से उल्लासवर्द्धन तक
July 1992
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Page Titles
अनगढ़ता को मिटाने वाला रसायन देव संस्कृति
हिन्दुत्व क्या है
क्या धर्म तंत्र जनमानस का मार्गदर्शन करने में सक्षम है
संस्कारों का मनोविज्ञान
सच्चा तीर्थ वास
देव संस्कृति की प्रेरणादायी आध्यात्मिक विरासत संस्कार परम्परा
देवमानव गढ़ देने वाले ये विलक्षण संस्कार
भाव अभिव्यक्त व परिमाजत होते हैं- प्रतीकों के माध्यम से
सांस्कृतिक चेतना के ज्योति स्तम्भ-तीर्थ
तीर्थ प्रक्रिया की युगानुकूल नव-प्रतिष्ठापना
सिद्धि का रहस्य
विद्या विस्तार के दो सशक्त तंत्र-आरण्यक एवं गुरुकुल
मजहब राह है संस्कृति जमीन
जन जागरण हेतु ऋषि संस्कृसित की दो महत्त्वपूर्ण स्थापनाएँ
सांस्कृतिक नवोन्मेष वानप्रस्थ के पुनर्जीवन द्वारा
संवेदनामूलक समाज का मेरुदण्ड ब्राह्मण
देव संस्कृति के प्राणः क्रातिदर्शी ऋषि
संकल्प के जागरण से उल्लासवर्द्धन तक
कथा- संकीर्तन की सरिता घर-घर पहुँचे
ब्राह्मणत्व का मर्म
समस्त विश्व को भारत के अजस्र अनुदान
महोत्सवों की एक शृंखला भारत व सारे विश्व में
अपनों से अपनी बात- तीर्थ चेतना के उन्नायक संस्कृति पुरुष गुरुदेव
ॐ भू र्भुवः स्वः
तत्
स
वि
तु (र्)
व
रे
णि
यं
भ
र्गो
दे
व
स्य
धी
म
हि
धि
यो
यो
नः
प्र
चो
द
या
त्
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