Loading...
All World
Gayatri Pariwar
Get App
Books
Magazine
Language
English
Hindi
Gujrati
Kannada
Malayalam
Marathi
Telugu
Tamil
Stories
Collections
Articles
Open Pages (Folders)
Kavita
Quotations
Visheshank
Quick Links
Book Catalog
Whats New
Downloads
Write to Us
Login
Akhand Jyoti
Year 1982
Version 1
अपना दीप जलाओ...
अपना दीप जलाओ
December 1982
Read Text Version
<<
|
<
|
|
>
|
>>
Page #56 Doesn't have any Data.
Please go to first Page.
<<
|
<
|
|
>
|
>>
Write Your Comments Here:
Page Titles
विराट का वैभव अपने अन्तस् में
युग मनीषा ही नहीं युग साधाना भी
चेतनात्मक अदृश्य का अनुसंधान
मात्र सुविधा ही नहीं प्रतिभा भी अर्जित करें
सामायिक समस्याओं का चिरस्थायी- समाधान
युग साधना का अभिनव निर्धारण
प्राण ऊर्जा बनाम अतीन्द्रिय क्षमता
मानवी काया की दैत्योपम क्षमताएँ
साहस सबसे बडा़ साधन
अन्तराल की छिपी क्षमताओं का प्रयत्नपूर्वक उभार
स्वप्नों की निरर्थकता और सार्थकता
दुर्भाग्य ग्रस्तों की दुनिया २
ज्योतिर्विज्ञान का पुनर्जीवन देव संस्कृति का पुनीत कर्त्तव्य
त्रिपदा गायत्री की त्रिविधि भाव साधना
यज्ञों के भेद- उपभेद और शाखा- प्रशाखाएँ
अपनों से अपनी बात
अध्यात्म साधना और शिक्षा के महत्त्वपूर्ण सत्र
पू० गुरुदेव प्रणित अध्यात्म विद्या के अमूल्य ग्रन्थरत्न
अपना दीप जलाओ
ॐ भू र्भुवः स्वः
तत्
स
वि
तु (र्)
व
रे
णि
यं
भ
र्गो
दे
व
स्य
धी
म
हि
धि
यो
यो
नः
प्र
चो
द
या
त्
See More