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Akhand Jyoti
Year 1976
Version 1
अपनों से अपनी...
अपनों से अपनी बात-साधना विज्ञान की सामयिक शोध और अभिनव प्रतिष्ठापना
October 1976
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प्रगति के आधार उत्कृष्ट विचार-स्वामी विवेकानन्द
चेतना पर पदार्थ जगत पर नियंत्रण
आत्मा में परमात्मा का अवतरण
सूक्ष्म दृष्टि मानव जीवन की सबसे बड़ी उपलब्धि
मनःस्थिति बदलें तो परिस्थितियाँ सुधरे
साधना समर बनाम जीवन संग्राम
विकास प्राणी की इच्छित दिशा में ही होता है
गीता का प्रतिपाद्य-अनासक्त कर्मयोग
वरदान और अभिशाप की पृष्ठभूमि
हम अहंकारी नहीं, स्वाभिमानी बनें
एकाग्रता का दर्शन महत्त्व और चमत्कार
समय भविष्य की ओर ही नहीं चलता, भूतकाल की ओर भी लौटता है
अपने आपके साथ सद्व्यवहार
कोई काम न तो सरल है और न कठिन
स्वप्न स्थूल और सूक्ष्म जगत के मध्य शृंखला
अधिक खाना स्वास्थ्य को गँवाना ही है
भोजन की तरह उपवास भी आवश्यक
माताएँ शिशुओं को स्तनपान कराने में संकोच न करें
हम कितने समृद्धिशाली
अविज्ञात भूत और अकल्पित भविष्य जानना भी सम्भव है
अपनों से अपनी बात-साधना विज्ञान की सामयिक शोध और अभिनव प्रतिष्ठापना
धर्म और विज्ञान का मिलन (कविता) -डॉ० हरगोविन्द सिंह
ॐ भू र्भुवः स्वः
तत्
स
वि
तु (र्)
व
रे
णि
यं
भ
र्गो
दे
व
स्य
धी
म
हि
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यो
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नः
प्र
चो
द
या
त्
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