दूसरे को जीतने से भला है अपने आपको जीतो। अपने आपको जीतने का अर्थ है मन को जिधर वह चाहे उधर मत दौड़ने दो। जब वह वासना की ओर झुके तो उसे संयम की ओर उठाओ, जब वह लोभ, लालच करे तो उसे जीवन नश्वरता दिखाओ। दूसरों पर ऐंठ और ऐब करने की प्रवंचना से बच कर यदि सीधी सच्ची सरल राह चल सको तो समझ लो संसार समर के सच्चे विजेता तुम हो। उस विजय की विभूतियाँ तो अनायास ही मिलेंगी। -बटलर