मानवी चेतना की रहस्यमय परतें यदि समझी जा सकें और समुत्रत की जा सकें तो निश्चय ही उसे अत्यंत उत्कृष्ट कोटि की जीवन की सफलता कहा जाएगा । भौतिक विज्ञान स्थूल जगत में बिखरी हुई शक्ति को देखकर चकित है और उसमें से वहुत कुछ करतलगत करने के लिए लालायित है । समीपवर्ती विचित्रताओं में सबसे बड़ा है, मस्तिष्क की टोकरी में रखा हुआ सूक्ष्म शक्तियों और दिव्य क्षमताओं का भंडागार, पर कठिनाई यह है कि जिस प्रकार अपने ही रक्त में चल रही हलचलों को जान पाना दुरूह है, उसी प्रकार मस्तिष्क को समझना कठिन है ।