दो घिनौने मुफ्तखोर, कामचोर

परिश्रम के बिना धनाकाँक्षा प्रकृति को पसंद नही समुद्र अन्वेषी अंग्रेज कप्तान वैझानिकों का एक दल लेकर सन् १७५८ में लंबी यात्रा पर था । इसमें उसने इंग्लैंड से लेकर आस्ट्रेलिया, तक के लंबे क्षेत्र के प्रामाणिक नक्शे तैयार किए थे, साथ ही उस बहुमूल्य संपदा का पता लगाने का प्रयत्न किया जो समय-समय पर डूबे हुए जहाजों के कारण समुद्र तल में डूबी पड़ी है । एक तूफान में फँस जाने के कारण सन् १७७० में ग्रेट वैरियर रीफ के समीप उसने अपने जहाज पर लदी छै: तोपें भी पानी में फेंक दी थी । कप्तान कुक के द्वारा प्रस्तुत प्रतिवेदनों में से कुछ गुम हो गए है अस्तु उसके कामों का फिर सर्वे करना पड़ रहा है । उसने जिस स्थान पर अपनी तोपें फेंकी थी उसी के नजदीक बहुत-सी संपत्ति समुद्र तल में होने का संकेत था । अस्तु उस स्थान को ढूँढने का प्रयास नए सिरे से करना पडा । पिछले दो सौ वर्षो में एक के बाद एक खोजी दल दस बार उस क्षेत्र में गए, पर उन तोपों के डुबोए जाने के स्थान का सही पता न लगा सके । अब फिलाडेल्फिया की प्रकृति विझान एकेड़मी के एक खोजी दल ने उस स्थान को ढूँढ़ निकाला

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