ऋषियुग्म की विदाई के समय विदाई सम्मेलन दिनांक 16 जून से 20 जून 1971 तक गायत्री तपोभूमि, मथुरा में संपन्न हुआ। सहस्रकुण्डीय महायज्ञों से भी बड़ा यह समागम था। लाखों व्यक्तियों ने अश्रुपूरित नेत्रों से उन्हें विदाई दी। पूज्य गुरुदेव तथा वंदनीया माता जी शांतिकुंज पहुंच गए। शांतिकुंज का निर्माण अभी पूरा नहीं हो सका था, उस अर्द्ध निर्मित भवन में ही पूज्य गुरुदेव व वंदनीया माताजी रहे। दसवें दिन वहीं से परम पूज्य गुरुदेव को अपने गंतव्य तक जाना था।