राखी का त्यौहार सुहावन
राखी का त्यौहार सुहावन आया है।
रक्षा- बन्धन पर्व मनोरम आया है॥
बहनों ने मंगवाई है सुन्दर राखी।
मन में हर्ष जगाने को यह आया है॥
भैया की यादों में खोई है बहना।
बहनों का भाई सबसे प्यारा गहना॥
बहनों की आँखों में स्नेह समाया है॥
चन्दन पुष्प सुगन्धित पूजा की थाली।
रक्षा- बन्धन पायी स्नेहिल है लाली॥
जन- जन का स्नेह साथ में लाया है॥
हम बहनों की भैया तुम करना रक्षा।
रहो सदा खुशहाल यही मेरी इच्छा॥
इस राखी में पावन भाव समाया है॥
बहनों से ही सजी कलाई भैया की।
बहना ही प्यारी लाली है भैया की॥
यही प्रेरणा पर्व सुहाना लाया है॥