विषय- सूची
विषय
१. ये रहस्य क्यों नहीं सुलझते ३
२. अद्भुत जगत् के अद्भुत रहस्य १५
३. पेडू- पौधों की विस्मयजनक गतिविधियाँ २६
४. जीवन पृथ्वी तक ही सीमित नहीं ४४
५. देवलोक और असुरलोक देखना हो तो ५७
६. शक्ति का स्रोत पदार्थ से परे है ७४
७. प्रकृति उपभोग्य ही नहीं, उपास्य भी ९१
विज्ञान की अधुनातन प्रगति और चंद्रमा तथा मंगल पर विजय जैसे अभियान निस्संदेह यह सिद्ध करते है कि मनुष्य संसार का सर्वश्रेष्ठ और बुद्धिशील प्राणी है,परंतु इसी कारण यह सृष्टि की सर्वोच्च सत्ता, सामर्थ्यवान इकाई नहीं हो जाता ।। विपुला प्रकृति के थोड़े- से रहस्य हाथ लग जाने पर मनुष्य अपने आपको प्रकृति और ईश्वर से भी बड़ा समझने लगा; लेकिन जब प्रकृति उसके सामने ऐसे सवाल कर देती है, जिन्हें वह सुलझा न सके, तब मनुष्य की क्षुद्रता और अल्प- सामर्थ्य का आभास होता है ।।
प्रकृति के ऐसे ही रहस्यपूर्ण सवाल जहाँ- तहाँं बिखरे पड़े है और उनका हल आज तक कोई भी वैज्ञानिक या बुद्धिशील मेधावी नहीं कर सका है ।